एक रोज़ हम खफा हो जाएंगे,
ना जाने कहां गुम हो जाएंगे,
तुम बुलाओगे मुझे, पर
में कभी ना लोट आयंगे हम,
एक रोज़ रिश्ता खत्म हो जाएगा,
तुम जताना चाहोगे प्यार,
पर हमे ना पाओगे पास,
एक रोज़ तुम मुझे याद करोगे,
पर मेरा एहसास तक ना पाओगे,
एक रोज़ तुम गुस्ताखी जताना चाहोगे,पर
हम मोहबत – ऐ – गुस्ताखी फिर ना करेंगे,
एक रोज़ तुम ऐतबार करना चाहोगे
पर मेरा पैगाम भी ना पाओगे,
एक रोज़ तुम इंतजार करते रहोगे हमारा,पर
हम खुदा की मोहब्बत बन जाएंगे,
तुम ढूंगोगे चारो और मुझे पर
हम दुनिया – -रिवाज़ छोड़ चुके होंगे
एक रोज़ तुम अकेले रह जाओगे,
और हम सिर्फ हाफीजा बन कर रह जाएंगे..
-shrusti joshi 💞